द फॉलोअप नेशनल डेस्क
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के बाद अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आपातकाल का जिक्र किया है। कहा कि आपातकाल भारत के संविधान पर सबसे बड़ा हमला था। हालांकि राष्ट्रपति के इतना बोलते ही कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल ने इसका विरोध किया। कांग्रेस ने कहा कि देश में पिछले 10 साल से बीजेपी का शासन है। इन 10 सालों में बीजेपी ने अघोषित रूप से आपातकाल लगा रखा है। बता दें कि कल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी संसद सत्र की शुरुआत करने से पहले आपातकाल पर चर्चा की थी और इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए एक काला अध्याय बताया था। कल भी कांग्रेस व विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया था।
क्या कहा राष्ट्रपति ने
राष्ट्रपति ने सदन में कार्यवाही से पहले अपने अभिभाषण के दौरान कहा, “भारत के संविधान पर आपातकाल सबसे बड़ा हमला था। इसके चलते 1975 में पूरे देश में हाहाकार मच गया था और 2 साल तक इमरजेंसी लागू थी। इस दौरान लोगों के सभी अधिकारों को छीन लिया गया था। हम सभी संकल्प लेते हैं कि संविधान की रक्षा करेंगे।“ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के इतना बोलते ही विपक्ष भड़क गया और सदन में हंगामा करने लगा। विपक्ष ने कल लोकसभा में आपातकाल के जिक्र के बाद 2 मिनट के मौन के प्रस्ताव का भी विरोध किया था और वॉक आउट किया था।
कांग्रेस ने लगाये ये आरोप
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए विपक्षी दल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण दरअसल एक विज़न का दस्तावेज़ होता है। इसमें देश के भविष्य की रूपरेखा होती है, कि हम कहां जा रहे हैं या जायेंगे। लेकिन हमें अबतक ऐसा कोई विज़न दस्तावेज़ नहीं दिखा। अब सिर्फ जो सरकार कहती है वही बात राष्ट्रपति के भाषण में आती है। इस बार भी ऐसा ही कुछ दिखाई दे रहा है।